Friday, June 6, 2014

ये चाँद

कभी ये दिल खुद ही खुद पे सबर रखता है 
सुना है खुदा भी तो सब की खबर रखता है 
तुम ही कहो कैसे अकेले में तुमको प्यार करूँ 
ये चाँद भी सोता कहाँ है बस मुझी पे नज़र रखता है 1 

तुम्हे साँप के काटे का मन्तर मालूम है तो उसके क्या 
ये इश्क़ है इश्क़ जो उतर जाए तब भी असर रखता है  2 

क्यों बिच्छुओं को बदनाम करते हो खामखाह 
ये मोहब्बत का हकीम है, दवा की शीशी में जहर रखता है 3 

1 comment:

  1. कहने को तो दोस्त कहा करते थे "नचिकेता"
    पर दोस्त तो वो, जो हर बात कि खबर रखता है

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