इन्द्रधनुष
जो सोए है उन्हें जगाते हैं हम अपने छंदों से. हम पिघलाते लौह-बेड़ियाँ कुछ स्याही की बूंदों से...
Friday, April 25, 2014
मेरा वोट
नई सरकार में मेरा भी योगदान होगा
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